विश्व पर्यावरण दिवस: सच्ची पर्यावरण संरक्षक हैं “गृहिणी“

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आज जब पूरा विश्व पर्यावरण संरक्षण को लेकर चिंतित हैं और स्थान-स्थान पर पर्यावरण संरक्षण  के लिए गोष्ठियाँ ,विमर्श और रैलियाँ आयोजित हो रही हैं ,तब हमे यह भी विचार करना चाहिए कि पर्यावरण संरक्षण में एक सामान्य गृहिणी भी कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं? 

आज जब पूरा विश्व पर्यावरण संरक्षण को लेकर चिंतित हैं और स्थान-स्थान पर पर्यावरण संरक्षण  के लिए गोष्ठियाँ ,विमर्श और रैलियाँ आयोजित हो रही हैं ,तब हमे यह भी विचार करना चाहिए कि पर्यावरण संरक्षण में एक सामान्य गृहिणी भी कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं? हम सबको इस सामान्य गृहिणी से पर्यावरण संरक्षण के प्रयोग सीखने की आवश्यकता हैं। वह अपने दिन भर के कार्यो में जाने अनजाने अनेक छोटे बड़े पर्यावरण संरक्षण के काम करती हैं । यह बात कई बार उसको भी पता नहीं होती क्योकि पर्यावरण संरक्षण उसका सहज व्यवहार हैं।

एक गृहिणी कैसे करती हैं पर्यावरण संरक्षण, जरा ध्यान दीजिये

● सामान के साथ आई प्लास्टिक की थैलियों को कूड़े में न फेककर उनको जमा करना और पुनः उपयोग में लाना।

● प्लास्टिक के चम्मच ,कटोरी ,प्लेट और गिलास का उपयोग न करना।

● लोहा, गत्ते के टुकड़े ,कांच की बोतलों ,प्लास्टिक व तीन के डिब्बों को कचरे में न फेककर उनको एकत्र करना और कबाड़ी को बेच देना। ऐसा करके वह पर्यावरण को भी सुरक्षित करती हैं और कुछ धन भी उनके पास आ जाता हैं।

● सब्जी एवं राशन के सामान के लिए घर से कपडे का थैला लेकर बाजार जाना।

● बच्चों की पुरानी  किताबें जरूरतमंद परिवारों को सौप देना।

● घर में तुलसी सहित अन्य पौधों की देख संभाल करना।

● आरओ से निकले पानी को घर के दूसरे कामो जैसे पौछे ,धुलाई इत्यादि में उपयोग करना।

● जरूरत न होने पर बिजली के उपकरणों को बंद कर देना।

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